“उपराष्ट्रपति की नकल पर उठा विवाद: कांग्रेस ने PM MODI के पुराने वीडियो को बतौर सबूत पेश किया”
भारतीय राजनीति में हाल ही में एक बड़ा विवाद उभरा है जिसका केंद्र में है मिमिक्री और राजनीतिक मर्यादाओं का प्रश्न। यह विवाद तब और भी गहरा गया जब कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक पुराने वाकये को फिर से उजागर किया। उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि 2017 में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के विदाई समारोह के दौरान PM MODI ने उनका मजाक उड़ाया था। इसे उजागर करने के लिए उन्होंने एक माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट पर 1 मिनट 03 सेकंड की एक वीडियो क्लिप भी साझा की। इस क्लिप में प्रधानमंत्री मोदी को हामिद अंसारी को संबोधित करते हुए दिखाया गया है। जयराम रमेश ने इस क्लिप के साथ यह भी बताया कि यह विवाद दरअसल हाल ही में संसद में हुए 144 सांसदों के निलंबन और 13 दिसंबर को हुई लोकसभा सुरक्षा उल्लंघन की घटना से ध्यान हटाने की कोशिश है।
“राजनीतिक मर्यादा और मिमिक्री: भारतीय संसद में उभरता विवाद
इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बैनर्जी ने संसद के बाहर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री की। इस घटना के समय RAHUL GANDHI भी वहां मौजूद थे। बाद में, उपराष्ट्रपति धनखड़ ने इस कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा की। यह घटना इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि हाल ही में संसद से 144 सांसदों को निलंबित किया गया है, जो कि भारतीय संसदीय इतिहास में एक बड़ी घटना है। इस विवाद में दोनों पक्षों की बहस का केंद्रीय विषय है कि क्या मिमिक्री करना राजनीतिक मर्यादाओं का उल्लंघन है या नहीं। समर्थकों का मानना है कि मिमिक्री करना गलत नहीं है, जबकि आलोचक इसे अखलाक से गिरी हुई हरकत और पद की गरिमा का उल्लंघन मानते हैं। इस विवाद में शामिल शब्द जैसे ‘बदतमीजी’, ‘पद की गरिमा’, और ‘निचले स्तर की हरकत’ आदि इस बहस की तीव्रता को दर्शाते हैं।
“भारतीय राजनीति में मिमिक्री का मामला: गरिमा बनाम आक्रामकता”
इस पूरे प्रकरण में, जयराम रमेश का यह कदम राजनीतिक चर्चाओं में एक नया मोड़ लेकर आया है। उनके इस कदम ने न केवल पुराने विवादों को फिर से उजागर किया है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि कैसे राजनीतिक बहस का स्वरूप बदल रहा है। इस तरह के विवाद भारतीय राजनीति के बदलते स्वरूप को भी प्रकट करते हैं, जहां परंपरागत राजनीतिक शिष्टाचार और मर्यादाएं नई पीढ़ी के राजनीतिक आक्रामकता और मीडिया सजगता के आगे दबती जा रही हैं।