सीने में दर्द जरूरी नहीं Heart अटैक हो, हो सकती है फेफड़ों की ये गंभीर बीमारी

Intro:
सीने में दर्द हमेशा हार्ट अटैक का संकेत नहीं होता। कई बार यह फेफड़ों से जुड़ी गंभीर बीमारियों का इशारा भी हो सकता है। आइए जानें फेफड़ों की उन बीमारियों के बारे में जो सीने में दर्द का कारण बन सकती हैं।”

Chest pain is not necessarily a heart attack, it could be a serious lung disease.

Pulmonary Embolism के लक्षण

सीने में दर्द हमेशा हार्ट अटैक का संकेत नहीं होता। कई बार, यह दर्द pulmonary embolism के कारण हो सकता है, जो एक गंभीर और जीवन-धमकी वाली स्थिति है। pulmonary embolism तब होता है जब फेफड़ों की एक या अधिक धमनियों में रक्त का थक्का (ब्लड क्लॉट) बन जाता है। यह थक्का आमतौर पर पैरों की गहरी नसों में बनता है (जिसे डीप वेन थ्रोम्बोसिस कहा जाता है) और फिर रक्त प्रवाह के साथ फेफड़ों तक पहुँच जाता है।

pulmonary embolism के कुछ प्रमुख लक्षण हैं:

  1. सीने में तेज दर्द: यह दर्द आमतौर पर गहरी सांस लेते समय बढ़ जाता है।
  2. सांस लेने में कठिनाई: रोगी को सांस लेने में परेशानी हो सकती है या तेजी से सांस लेने की जरूरत पड़ सकती है।
  3. खांसी: कभी-कभी खांसी में रक्त या रक्त-युक्त कफ भी आ सकता है।
  4. तेजी से या अनियमित दिल की धड़कन: रोगी का हृदय तेजी से या अनियमित रूप से धड़क सकता है।
  5. चक्कर आना या बेहोशी: रोगी को चक्कर आ सकते हैं या वह बेहोश हो सकता है।
  6. पसीना आना: अचानक ठंडा पसीना आना।

pulmonary embolism एक आपातकालीन स्थिति है और इसके लक्षणों के प्रकट होने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए।

डॉ. राजीव पारेख के इंस्टाग्राम पर दिए गए संदेश के अनुसार, छाती में दर्द कई कारणों से हो सकता है, और यह जरूरी नहीं कि हमेशा दिल के दौरे या लंग इंफेक्‍शन के कारण हो। फेफड़ों में खून का थक्का बनना (पल्मोनेरी एम्बोलिज्म) भी छाती में दर्द का एक कारण हो सकता है।

अगर कोई व्यक्ति बार-बार छाती में दर्द महसूस कर रहा है, सांस लेने में तकलीफ, चलने-फिरने या बोलने में दिक्कत अनुभव कर रहा है, तो यह पल्मोनेरी एम्बोलिज्म के लक्षण हो सकते हैं। इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। यह एक आपातकालीन स्थिति हो सकती है और तत्काल उपचार की आवश्यकता होती है।

पल्मोनेरी एम्बोलिज्म का निदान और उपचार जल्दी किया जाना चाहिए, क्योंकि यह स्थिति रक्त प्रवाह को बाधित कर सकती है और जीवन के लिए खतरा बन सकती है। इसलिए, छाती में दर्द या सांस लेने में कठिनाई को हल्के में नहीं लेना चाहिए और तुरंत चिकित्सा सलाह लेनी चाहिए।

Chest pain is not necessarily a heart attack, it could be a serious lung disease.

“लंग क्लॉट्स की गंभीरता और समय पर उपचार का महत्व”

लंग क्लॉट्स (रक्त क्लॉट्स) गंभीर स्थितियों का कारण बन सकते हैं, और इसका समय पर उपचार किया जाना चाहिए। जब रक्त का थक्का जम जाता है और यह रक्त वाहिनियों को बंद कर देता है, तो यह लंग क्लॉट बनता है। यदि यह छोटा होता है, तो यह स्वभाव से ही बिगड़ सकता है और बड़ा होकर अन्य स्थानों में चला जा सकता है, जो गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर सकती हैं।

अगर लंग क्लॉट बड़ा होता है और यह रक्त वाहिनियों को पूरी तरह से बंद कर देता है, तो इससे गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिसे डिप वेन थ्रोम्बोसिस (DVT) कहा जाता है। DVT से लेकर लंग क्लॉट्स को लंग पुल्मोनरी एम्बोलिज्म (Pulmonary Embolism) का कारण बन सकते हैं, जो जानलेवा हो सकता है।

इसलिए, अगर किसी को लंग क्लॉट्स के संकेत मिलते हैं, तो उन्हें त्वरित चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए ताकि सही समय पर उपचार हो सके। ध्यान देना महत्वपूर्ण है, और इस समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।


क्या लंग क्‍लॉट ठीक हो सकते हैं?

ज्यादातर मामलों में, उम्मीद यही की जाती है कि आपका शरीर क्‍लॉट को अपने आप ही घोल देगा। फिर भी ऐसा नहीं हुआ तो अस्पताल में भर्ती होने पर एक इंजेक्शन का उपयोग किया जाता है।

Chest pain is not necessarily a heart attack, it could be a serious lung disease.

लंग क्लॉट्स से बचने के लिए यह कुछ उपाय हो सकते हैं:

  1. संतुलित आहार: एक स्वस्थ और संतुलित आहार लेना महत्वपूर्ण है। अधिक मात्रा में तेजी से फैट युक्त भोजन से बचें, और हर दिन फल, सब्जियां, और पूरे अनाज का सेवन करें।
  2. फिजिकल एक्टिविटी: नियमित रूप से व्यायाम करना लंग क्लॉट्स की आशंका को कम करने में मदद कर सकता है। योग, साइकिलिंग, और टहलना जैसी फिजिकल एक्टिविटी करें।
  3. स्मोकिंग से बचें: सिगरेट से दूर रहें, क्‍योंकि स्‍मोकिंग लंग क्लॉट्स के जोखिम को बढ़ा सकती है।
  4. यात्रा करते समय पैरों को आराम दें: लंग क्लॉट्स को बढ़ा सकने वाले लंग वेन स्थितियों से बचने के लिए, यदि आप लम्बे समय तक बैठते हैं, तो थोड़ा समय के बाद खड़े होकर पैरों को फलतीस करें।
  5. हाइड्रेटेड रहें: पर्याप्त पानी पीना लंग क्लॉट्स को रोकने में मदद कर सकता है।
  6. कंप्रेशन स्टॉकिंग पहनें: यदि आपको लंग क्लॉट्स की समस्या है, तो डॉक्टर की सलाह पर कंप्रेशन स्टॉकिंग पहनना विचार करें। यह पैरों के रक्त संचार को सुधारने में मदद कर सकता है।
  7. पैरों को क्रॉस करके ना बैठें: बैठते समय पैरों को एक दूसरे के ऊपर क्रॉस करके ना बैठें, क्‍योंकि यह रक्त संचार को कम कर सकता है।
  8. टाइट फिटिंग वस्त्रों से बचें: टाइट फिटिंग कपड़े पहनने से बचें, क्‍योंकि इससे रक्त संचार में कमी हो सकती है।
  9. वजन कम करें: यदि आप ओवरवेट हैं, तो वजन कम करना लंग क्लॉट्स के जोखिम को कम कर सकता है।

यह सभी उपाय एक स्वस्थ और सकारात्मक जीवनशैली के हिस्से के रूप में लिए जा सकते हैं, लेकिन किसी भी समस्या के लिए डॉक्टर से सलाह लेना हमेशा उचित है।

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