शीर्षक:
- सरकार ने कॉलर आईडी को अनिवार्य नहीं किया
- प्राइवेसी को लेकर लिया गया फैसला
- Truecaller का यूज बढ़ सकता है
Intro:
सरकार ने अपने नए टेलीकम्युनिकेशन बिल में कॉलर आईडी को अनिवार्य नहीं किया है। इससे अब कॉल करने वाले यूजर का नाम किसी को नजर नहीं आएगा। ये फैसला प्राइवेसी को लेकर लिया गया है। इससे डेटा ब्रीच की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी। हालांकि इससे Truecaller का यूज बढ़ सकता है क्योंकि लोग अब कॉलर आईडी देखने के लिए इस ऐप का इस्तेमाल करेंगे।
विस्तृत विवरण:
सरकार ने कॉलर आईडी को अनिवार्य नहीं किया
सरकार ने अपने नए टेलीकम्युनिकेशन बिल में कॉलर आईडीTruecaller को अनिवार्य वाली लिस्ट से हटा लिया है। यानी अब ये पॉइंट अनिवार्य नहीं होगा। इस फीचर के तहत ही यूजर को कॉलर के नंबर के साथ नाम भी दिखाई देता है। लेकिन अब इस नियम को बदल दिया गया है तो नंबर के साथ नाम नजर नहीं आएगा। ये नियम सभी कंपनियों के लिए एक जैसा था। लेकिन अब ये लिस्ट से हटा लिया गया है।
प्राइवेसी को लेकर लिया गया फैसला
सरकार का ये फैसला प्राइवेसी को लेकर लिया गया है। दरअसल इससे डेटा ब्रीच की समस्या बनी रहती थी। कंपनियां नाम भी दर्शाती थीं तो यूजर की प्राइवेसी भी भंग होती थी। अब नेटवर्क कंपनियां किसी भी यूजर का नाम नहीं दिखा पाएंगी।
Truecaller का यूज बढ़ सकता है
हालांकि सरकार का ये फैसला Truecaller से संबंधित नहीं है। लेकिन Truecaller का यूज बढ़ सकता है। क्योंकि लोग अब इसकी वजह से अन्य ऐप्स का ज्यादा इस्तेमाल करने लगेंगे। इसकी मदद से यूजर की जानकारी भी आसानी से हासिल की जा सकती है। साथ ही फिलहाल Truecaller का यूज करने के लिए कोई भुगतान भी नहीं करना होता है। यही वजह है कि इसे काफी लोग यूज भी करते हैं। यानी ये पूरी तरह से सरकार के द्वारा लिया गया फैसला है।